शुक्राणु की कमी, जिसे मेडिकल भाषा में ओलिगोस्पर्मिया (Oligospermia) या निल स्पर्म (Azoospermia) कहा जाता है,
पुरुषों में बांझपन (Infertility) का एक प्रमुख कारण है।
इसमें पुरुष के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बहुत कम होती है या कई बार पूरी तरह अनुपस्थित रहती है,
जिससे गर्भधारण में कठिनाई या असंभवता उत्पन्न होती है।
यह समस्या आजकल तनाव, अनियमित जीवनशैली, गलत खानपान और प्रदूषण के कारण तेजी से बढ़ रही है।
अत्यधिक तनाव, चिंता या मानसिक दबाव
अधिक शराब, धूम्रपान या नशे का सेवन
अंडकोष (Testicles) की कमजोरी या संक्रमण
हार्मोनल असंतुलन
मोटापा या डायबिटीज
अत्यधिक गर्मी, मोबाइल या लैपटॉप का लंबे समय तक गोद में रखना
आनुवंशिक (Genetic) कारण
कमजोरी या थकान महसूस होना
यौन इच्छा (Sex Drive) में कमी
संभोग के दौरान आत्मविश्वास की कमी
वीर्य का पतला होना या मात्रा कम होना
विवाह के बाद लंबे समय तक संतान न होना
धन्वंतरि क्लिनिक, सिकन्द्रा में शुक्राणु की कमी का उपचार आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा किया जाता है।
हमारा उद्देश्य केवल वीर्य की संख्या बढ़ाना नहीं, बल्कि पुरुष प्रजनन शक्ति को अंदर से सशक्त बनाना है।
हमारा उपचार शामिल करता है:
शुक्राणु वृद्धि करने वाली आयुर्वेदिक औषधियाँ
शरीर की गर्मी और तनाव कम करने वाली हर्बल थेरेपी
पंचकर्म द्वारा शरीर का शुद्धिकरण
आहार एवं जीवनशैली में सुधार
योग, ध्यान और मानसिक संतुलन के अभ्यास
हर पुरुष को शारीरिक और मानसिक रूप से इतना सशक्त बनाना कि वह स्वस्थ, आत्मविश्वासी और प्रजननक्षम जीवन जी सके।
“प्राकृतिक चिकित्सा से शक्ति, संतुलन और संतान सुख की प्राप्ति।”